देश की राजधानी सबसे बड़ी क्राइम स्पॉट

दिल्ली जहां लोग देश के कोने-कोने से अपना उज्वल भविष्य बनाने आते हैं। देखने में तो दिल्ली को देख कर लगता है सुविधाओ से भरपूर होगी क्योंकि देश की राजधानी जो है, पर असल में ऐसा नहीं है। दिल्ली लड़कियों के लिए कितनी असुरक्षित है राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों से पता लगता है।

दिल्ली देश की राजधानी है, लेकिन यहां का बढ़ता क्राइम चिंता बढ़ा रहा है। खासकर लड़कियों के खिलाफ सामने आए आंकड़े चौंकाने वाले हैं। देश की राजधानी होने की वजह से यहां हर तरफ से बच्चे आते हैं जिनमें लड़कियां भी शामिल हैं। अच्छी पढ़ाई, अच्छे करियर की चाह में माता-पिता अपने बच्चों को दिल्ली भेजते हैं।

हाल ही में जेएनयू की एक छात्रा के साथ छेड़ छाड़ का मामला सामने आया है। जब जेएनयू जैसे बड़े विश्व विद्यालय की छात्रा सुरक्षित नहीं तो कैसे उम्मीद करें की दिल्ली में लड़कियां सुरक्षित है?

राजधानी दिल्ली पिछले 3 सालों में क्राइम कैपिटल में तब्दील हो चुकी है। आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में सबसे ज्यादा लड़कियों के बलात्कार होते हैं, दिल्ली में रोज औसतन 3 रेप केस सामने आते हैं। दिल्ली बाकी शहरों के मुकाबले लड़कियों के लिए सबसे असुरक्षित है। दिल्ली की सड़कों पर, दिल्ली के हॉस्टेल में, दिल्ली के बाजारों में, यहां तक की घरों में भी सुरक्षित नहीं लड़कियां। देश के 19 शहरों में दिल्ली के क्राइम डाटा नंबर सबसे ज्यादा है। सबसे हैरानी की बात ये है कि दिल्ली पिछले तीन साल से जुर्म में सबसे आगे है, पर इसके बाद भी इस पर क्यों सरकार द्वारा कदम उठाया नहीं जा रहा।

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) ने 3 दिसंबर 2023 को क्राइम इन इंडिया रिपोर्ट जारी की है। इसमें बताया गया कि साल 2022 में शहर में महिलाओं के खिलाफ अपराध की 14,158 घटनाएं दर्ज की गईं, जो लगातार तीसरे साल 19 महानगरीय शहरों में सबसे अधिक है। हर एक लाख महिलाओं पर लगभग 186.9 अपराध दर्ज किए गए। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों के अनुसार इसमें 1,204 बलात्कार के मामले शामिल है

1.साक्षी मर्डर केस

दिल्ली के शाहबाद डेरी क्षेत्र में 28 मई 2023 को 16 साल की नाबालिग लड़की साक्षी की हत्या कर दी गई। इस मामले में आरोपी ने साक्षी को चाकुओं से गोद मौत के घाट उतार दिया, उसके बाद पत्थर से उसका सिर कुचल दिया। जिस समय आरोपी साक्षी को मार रहा था उस वक्त गली से और लोग भी गुजर रहे थे, लेकिन किसी ने भी उसे बचाने की कोशिश नहीं की थी। इस घटना ने इतना तूल पकड़ा की देशभर में प्रदर्शन हुए। साक्षी मर्डर केस में सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात यह थी कि कोई भी साक्षी की मदद करने सामने नहीं आया।

2.दिल्ली कंझावला मामला

साल 2023 की शुरुआत ही दिल्ली को शर्मसार करने वाली घटना से हुई थी। दरअसल, सुल्तानपुरी इलाके में 31 दिसंबर और 1 जनवरी की दरमियानी रात 20 साल की अंजलि के साथ जो घटना हुई उसने लोगों को अचंभित कर रख दिया। अंजलि का पहले कार एक्सीडेंट हुआ और उसके बाद करीब 14 किलोमीटर तक उसकी लाश कार के साथ घसीटती चली गई। नये साल के जश्न पर नशे धुत्त कार चालकों को इसके बारे में जब तक पता चला तब तक अंजलि की हड्डियां घिस चुकी थीं। मृतक के शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं बचा था। अंजलि की दिल दहलाने वाली दर्दनाक मौत ने दिल्ली में महिला सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए थे। इसको लेकर दुनिया भर में राष्ट्रीय राजधानी की किरकिरी हुई थी।

दिल्ली में रात में कुछ असामाजिक तत्व इन घटनाओं को अंजाम देते है। दिल्ली सरकार को इनके खिलाफ और सख्त कदम उठाने होंगे।

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