साल 2030 तक नंबर 1 ऑटो मैन्युफैक्चरिंग हब बन पाएगा भारत?

आज ऑटोमोबाइल के क्षेत्र में भारत ने दुनिया के देशों में अपना लोहा मनवाया है। आज भारत की टाटा कंपनी ऑटोमोबाइल की दुनिया में नम्बर 1 कंपनी मानी जाती हैं।

⚫आइए जानते है ऑटोमोबाइल होता क्या है...?

यह एक ऑटो मोबाइल या स्व-चालित यात्री वाहन है , जो की 1 से 4 पहिया वाहन होते है। जिसका उपयोग भूमि परिवहन, यात्रियों को ढोने के लिए किया जाता है और यह एक इलेक्ट्रिक मोटर द्वारा चलाया जाता है।

आज, जब हम ' ऑटोमोबाइल ' के बारे में बात करते हैं, तो हमें एहसास होता है कि वे हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण रोल अदा करते हैं और नए भारत की विलासिता के बिना इसकी कल्पना कतई भी नहीं की जा सकती।ऑटोमोबाइल में वाहनों की बड़ी संख्या है, जो कि ऑटोमोबाइल उदाहरण के रूप में काम करती हैं । उदाहरण के लिए, बस, ट्रक , कार, बाइक आदि सभी ऑटोमोबाइल के प्रमुख उदाहरण हैं ।

⚫ऑटोमोबाइल की जरूरत आखिर क्यों?

ऑटोमोबाइल आज जिंदगी में एक अहम हो गया है रोज की जिंदगी में इसका इस्तेमाल होता है। ऑटोमोबाइल हमें एक स्थान से दूसरे स्थान तक जल्दी और आसानी से ले जाने में मदद करते हैं। वे माल ढुलाई के लिए भी महत्वपूर्ण हैं। ऑटोमोबाइल के विकास ने हमारे जीवन को बहुत आसान और सुविधाजनक बना दिया है।

⚫ऑटोमोबाइल का क्षेत्र के तौर पर बंटवारा।

काम के आधार पर जिसमे की यात्री वाहन और माल वाहक वाहन शामिल हैं।

वजन के आधार पर, ऑटोमोबाइल वाहनों को वजन के आधार पर ही बांटा जाता है जैसे भारी मोटर वाहन जिसमे बड़े बड़े ट्रक शामिल है जिसे आमतौर पर हेवी मोटर व्हीकल (HMV) भी कहा जाता है इसमें हल्के मोटर वाहन भी शामिल है जिसे ( LMV) भी कह सकते है इसमें कार शामिल है।

ईंधन (फ्यूल)के आधार पर जिसमे की सीएनजी (CNG) वाहन, पेट्रोल वाहन, डीजल वाहन और इलेक्ट्रिकल वजन इत्यादि शामिल है।

⚫ साल 2030 तक भारत बनेगा ऑटोमोबाइल के क्षेत्र में दुनिया में नम्बर वन।

आंकड़ों के अनुसार 2030 तक भारतीय ऑटोमोटिव उद्योग दुनिया में पहले नंबर पर पहुंचने की ओर अग्रसर है। राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद में इस उद्योग का योगदान 1992-93 में 2.77% से बढ़कर पिछले वित्त वर्ष में लगभग 7.1% हो गया है. इस उद्योग से 19 मिलियन से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार जुड़ा हुआ है।

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